खानपान में नियम बरतने से आपके शरीर को हाई ब्लड ग्लूकोज़ लेवल पर क़ाबू पाने में मदद मिल सकती है. हालांकि, अचानक ढ़ेर सारे पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ें खा लें, तो इससे आपके ब्लड शुगर लेवल में बढ़त भी देखी जा सकती है. इसीलिए, यह ज़रूरी है कि नियमित तौर पर संतुलित मात्रा में ही चीज़ें खाई जाएं. डायबिटीज़ यानी मधुमेह से प्रभावित लोगों को खानपान से जुड़ी इन बातों का ख़याल कैसे रखना चाहिए, इस बारे में आइए जानते हैं न्यूट्रीश्निष्ट और फ़िटनेस कोच वेदांत जौहरी की राय.
इंसुलिन प्रतिरोध यानी इसके काम न करने की स्थिति से बचने के लिए टाइप 2 डायबिटीज़ से जूझ रहे लोगों को अपने डाइट में ख़ास सावधानी बरतनी होती है. डायबिटीज़ से प्रभावित लोगों के डाइट में प्रोटीन और फ़ैट की भरपूर मात्रा होनी चाहिए, वहीं कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होनी चाहिए. सही तरीक़ा यह है कि हर दो घंटे के अंतर पर कुछ हल्का-फुल्का खाया जाए. लेकिन आप अगर इस नियम को नहीं अपना पाते हैं, तो आपके लिए यही सही होगा कि आप रोज़ाना कम से कम चार बार (सुबह-शाम का नाश्ता और दोपहर-रात का भोजन) ज़रूर खाएं. इससे पोषक तत्वों की ज़रूरत पूरी करने में मदद मिलेगी.
सुबह का नाश्ता खूब हेल्दी होना चाहिए जिसमें सीमित कार्बोहाइड्रेट रहे और दोपहर व रात के खाने में प्रोटीन की मात्रा भरपूर होनी चाहिए. ऐसा करके आप डायबिटीज़ को अच्छी तरह कंट्रोल में रख सकते हैं.
अगर आप दिन में कई बार खाते हैं, तो आपको पोर्शन कंट्रोल यानी खाने की मात्रा का ख़याल रखना चाहिए. खाने के लिए छोटी प्लेट का इस्तेमाल करके आप ज़्यादा खाने से बच सकते हैं. खाने के इस तौर तरीक़े पर बने रहने से आपको डायबिटीज़ से जुड़ी वैस्कुलर संबंधित बीमारियों से बचने में मदद मिल सकती है. आपकी कोशिश होनी चाहिए कि आप रोज़ाना एक ही समय पर खाना खाएं. इससे घर पर ब्लड शुगर लेवल की जांच करने पर इसका ट्रैक रखने में मदद मिलती है.