इन दिनों हर तरफ़ गर्मी की छुट्टी और आम की ख़ुशबू दोनों का माहौल है.
इस मौसम में सबसे ज़्यादा मज़ेदार होता है आम! पके मीठे आम का स्वाद गर्मी की छुट्टियों का रंग जमा देते हैं. आम खाने की चाहत हर उम्र के लोगो में कूट-कूट कर भरी होती है. लेकिन जी भर के आम खाने की इज़ाज़त तो हर किसी को नहीं होती ना. ऐसे में क्या करें? ख़ुद को तरसाएं और आम से पूरी तरह मुंह फेर लें?
नहीं, बिलकुल नहीं… इसकी ज़रूरत नहीं, डायबिटीज़ में भी आप आम खा सकते हैं, बस कुछ बातों को ध्यान में रखकर. हमारे पिछले लेख में आपने पढ़ा कि डायबिटीज़ में आम कैसे और कितना खाएं.
ज़रूरी बात : दूसरे आम के मुक़ाबले हापूस आम का ग्लाईसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए डायबिटीज़ से प्रभावित लोग इसे सीमित मात्रा में खा सकते हैं. आम के दूसरी ख़ूबियों की बात करें तो यह विटामिन C और प्रोटीन से भरपूर होता है.
चलिए अब हम बताते हैं कि आप रसीले आम का मिल्क शेक बनाकर कैसे पी सकते हैं. जिससे आपके मधुमेह पर आंच भी ना आए और इसे हफ़्ते में तीन बार पीकर आप मुंह का स्वाद भी जमा लें.
वीडियो में जानें: क्या आप डायबिटीज में मीठा खा सकते हैं?
मैंगो मिल्क शेक
1 व्यक्ति के लिए
मात्रा: 1 ग्लास जिसे आप एक बार में पी सकते हैं.
ज़रूरी चीज़ें:
हापूस आम – 6-8 छोटे टुकड़े कच्चा दूध – 200 मिली या ग्रीक योगर्ट – 90 ग्राम (बिना फ़्लेवर) बर्फ़ के टुकड़े – 4-6 (चाहें तो) चिया के बीज – 2 छोटे चम्मच पिस्ता और बादाम के टुकड़े – 1 छोटे चम्मच इलायची – स्वाद के मुताबिक़ |
यहां जानें: डायबिटीज़ से प्रभावित लोग किन फलों को बेफ़िक्र खा सकते हैं.
ऐसे बनाएं:
- आम को धो कर छिलके निकाल लें. इसे दो बड़े टुकड़ों में काटकर एक टुकड़े को मैंगो मिल्कशेक के लिए इस्तेमाल करें.
- ब्लेंडर में कटे हुए आम, दूध और इलायची डालें..
- स्मूद होने तक पीसें
- अब इसे ग्लास में पलट दें और इसके ऊपर भिगोए हुए चिया के बीज, पिस्ता बादाम के टुकड़े डाल दें.
- अगर आप मिल्क शेक को ठंडा पीना चाहें, तो इसमें बर्फ़ के टुकड़े डाल दें.
लीजिए, आपका मैंगो मिल्क शेक तैयार हो गया, तो देर किस बात की फट से चट कर जाएं. 🙂
काम की सलाह: जब अपनी पसंद की कोई ऐसी चीज़ खानी हो, जिसे ज़्यादा खाने पर नुक़सान हो सकता है. तो एक तरक़ीब अपनाएं. ऐसे में अपनी अच्छी आदत का सहारा लें. जी हां, खाने जितना ही मज़ेदार होता है दूसरों को खिलाना. जब ऐसा कुछ खाना हो, तब आप अकेले में नहीं, सबके साथ बांटकर खाएं. इससे आपको खिलाने की ख़ुशी के साथ खाने से मन भी भरा हुआ महसूस होगा. आपके इस व्यवहार से आपको लोग और भी ज़्यादा लाड-प्यार करने लगेंगे, जिसे आप बोनस समझ लें.