मोटापे की वजह से डायबिटीज़, किडनी और दिल से जुड़ी बीमारियों के होने की बात तो आपने सुनी ही होगी. पर क्या आप जानते हैं मोटापे की वजह से आपके शरीर को दूसरे तरीक़ों से भी नुक़सान पहुंचता है, जैसे कि कोलेस्ट्रॉल लेवल का बढ़ना.
चलिए जानते हैं आख़िर मोटापे से वज़न बढ़ता कैसे हैं?
नई दिल्ली स्थित AIIMS के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नितीश नाइक बताते हैं कि शरीर का वज़न ज़्यादा होने से ख़राब कोलेस्ट्रॉल लेवल (LDL) में बढ़त और अच्छे कोलेस्ट्रॉल लेवल (HDL) में कमी आती है. इसलिए, ज़रूरी है कि आपका वज़न क़ाबू में रहे. बढ़े वज़न का मतलब होता है शरीर में ज़्यादा फ़ैट होना, जिसके लिए पैकेट, प्रोसेस की गई चीज़ें और जंक फ़ूड ज़िम्मेदार होते हैं. क्योंकि, इनमे सैचुरेटेड फ़ैट और ट्रांस फ़ैट की मात्रा ज़्यादा होती है. शरीर में ख़ासतौर पर इन्हीं दो वजहों से लो डेंसिटी कोलेस्ट्रॉल (LDL) या ख़राब कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ता है. कई स्टडीज़ में यह बात सामने आयी है कि मोटापे के शिकार लोगों में दिल से जुड़ी बीमारी के होने ख़तरा ज़्यादा होता है और इसके शिकार लोगों की मृत्यु दर भी ज़्यादा है.
डॉ. नाइक के मुताबिक़, जो लोग मोटापे के शिकार हैं, उन्हें अपनी सेहत के प्रति कतई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. “हालांकि जिन लोगों का वज़न कम है, उनमें भी फॅमिली हिस्ट्री जैसी वजहों के चलते हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो सकती है. उम्र बढ़ने से भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ हो सकता है. इसीलिए, वज़न, खानपान और एक्टिविटी का ख़याल रखते हुए नियमित तौर पर अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच करवाते रहें.
अगर वज़न ज़्यादा है और आप हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं तो आप ये क़दम उठाएं
डॉ. नाइक कहते हैं “वज़न के अलावा सेहतमंद खानपान और एक्टिविटी आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल में कमी लाने के लिए सबसे अहम है.” हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए सही इलाज में अपने डॉक्टर की सलाह के मुताबिक़ दवाओं का सहारा लें. इसके अलावा, नियमित तौर पर सेहतमंद खानपान के प्लान पर बने रहें और एक्सरसाइज़ करते रहें.