स्फ़िग्मोमैनोमीटर या ब्लड प्रेशर मॉनिटर, हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए काम की चीज़ है. इसे हमेशा रखा जा सकता है. इसके नतीजों पर भरोसा किया जा सकता है, यह बात दुनिया भर के डॉक्टर मानते हैं. हालांकि, इस डिवाइस के ज़रिए सही नतीजे या रीडिंग पाने के लिए, इसका रख-रखाव और इस्तेमाल ठीक ढंग से करना ज़रूरी है.
ब्लड प्रेशर मॉनिटर के घर पर होने के फ़ायदे
- मॉनिटर घर पर होने से आप बड़ी आसानी से ब्लड प्रेशर के स्तर को ख़ुद ही ट्रैक कर सकते हैं.
- रोज़ाना जांच करने से आपको ब्लड प्रेशर के स्तर के बारे में सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिलती है.
- अगर आप दवाएं ले रहे हैं, फ़िज़िकल एक्टिविटी शुरू की है या नया डाइट प्लान अपनाया है, तो आप यह मालूम कर सकते हैं कि आपके ब्लड प्रेशर पर कितना और कैसा असर हुआ.
घर पर ब्लड प्रेशर मॉनिटर करते समय याद रखने वाली बातें
मॉनिटर करने से पहले तनाव लेने या फ़िजिकल एक्टिविटी करने से आपके ब्लड प्रेशर की सही जानकारी हासिल करना मुश्किल हो सकता है. मॉनिटर के कफ़ को बांह पर सही ढंग से न लगाने पर भी रीडिंग ग़लत आ सकती है.
डॉक्टर कहते हैं कि बहुत से लोगों के ब्लड प्रेशर की रीडिंग सही नहीं आती है. आर्मबैंड या कफ़ को सही ढंग से न लगाने की वजह से ऐसा हो सकता है. सटीक रीडिंग पाने के लिए, उसे अपनी कोहनी के ठीक ऊपर बांह पर सही ढंग से लगाना चाहिए…
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ब्लड प्रेशर कफ़ को कैसे लगाएं
- ब्लड प्रेशर मॉनिटर खरीदते समय अपनी बांह की नाप के मुताबिक सही साइज़ का कफ़ चुनें.
- बांह पर कोहनी के मोड़ के ठीक ऊपर कफ़ के निचले हिस्से को रखें. सही रीडिंग के लिए कफ़ को कपड़े के ऊपर न रखें.
- हर बार ब्लड प्रेशर मापने के लिए उसी हाथ का इस्तेमाल करें जिसे आपने पहली बार इस्तेमाल किया था.
- एक मिनट के भीतर कम से कम 2 रीडिंग लें. इससे पता चल जाएगा कि दो रीडिंग के बीच फ़र्क तो नहीं है.
क्या करें और क्या नहीं
- ब्लड प्रेशर का माप लेने से एक घंटे पहले मेहनत का कोई भी काम, खेल या एक्सरसाइज़ न करें.
- माप लेने से एक घंटे के भीतर कॉफ़ी, चाय या अल्कोहल न लें और धूम्रपान न करें.
- ब्लड प्रेशर जांचने के पहले 10 मिनट आराम करें और अपने पेशाब कर लें.
- घड़ी या किसी तरह की ज्वेलरी पहनी हो, तो उसे उतार दें ताकि वे ट्यूब के आड़े न आएं या उनकी वजह से कलाई या बांह पर दबाव न बने.
- अपने एक पैर पर दूसरा पैर रखकर न बैठें और पैर ज़मीन पर रखें.
- अपनी बांह को एक स्टैंड या टेबल पर रखें, ताकि उस पर किसी तरह का खिंचाव न पड़े.
- अपनी बांह पर कफ़ को बहुत कसकर न बांधें.
- माप लेने के दौरान हिले-डुलें या बोलें नहीं या डिवाइस को न छुएं.
नतीजों को पढ़ना और उनका रिकॉर्ड रखना
भरोसे के लायक नतीजे पाने लिए, कफ़ को बांह से उतारने के बाद ही माप पढ़ें. ज़्यादातर मामलों में, माप लेने का काम पूरा होने के बाद एक सिग्नल नज़र आता है. आपके माप के नतीजे बहुत ज़्यादा ऊपर-नीचे हों, तो कुछ मिनट रुकें, और फिर से ब्लड प्रेशर की जांच करें. मन में किसी भी तरह के सवाल हों, तो अपने डॉक्टर से बात करें. चाहे कुछ भी हो जाए, पर बिना डॉक्टरी सलाह के अपने इलाज में कोई बदलाव न लाएं.
हालांकि, ब्लड प्रेशर मॉनिटर सटीक होता है, फिर भी अपने डिवाइस की हर दो साल में जांच करवाएं तो अच्छा है. यह जांच मॉनिटर को अपडेट करने के लिए की जाती है ताकि वह सटीक डेटा दे. इसमें मर्करी कॉलम (वह नली जिसमें पारा होता है) का इस्तेमाल करके डिवाइस की जांच की जाती है.
कुछ इलेक्ट्रॉनिक ब्लड प्रेशर मॉनिटर वैल्यू या नतीजे को इकट्ठा करते हैं, लेकिन आप ब्लड प्रेशर का हिसाब-किताब रखने के काम आने वाली डायरी के तौर पर एक नोटबुक में नतीजे को लिखकर रख सकते हैं. आप अपने डेटा को रिकॉर्ड करने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं और उसे अपने डॉक्टर से शेयर कर सकते हैं.