सिगरेट-बीड़ी पीने (स्मोकिंग) से दिल के रोग और फेफड़ों के कैंसर के बीच के रिश्तों के बारे में तो हर कोई जानता है. लेकिन अध्ययन अब इस बात की पुष्टि करते हैं कि स्मोकिंग टाइप 2 डायबिटीज़ का एक कारण भी हो सकता है.
स्मोकिंग न करने वालों की तुलना में स्मोकिंग करने वालों में डायबिटीज़ का ख़तरा 30-40% ज़्यादा होता है. रोज़ाना जितना सिगरेट पियेंगे, टाइप 2 डायबिटीज़ का ख़तरा उतना ही बढ़ेगा. अगर किसी को डायबिटीज़ है और फिर भी वो स्मोकिंग से बाज़ नहीं आता है, तो डायबिटीज़ का प्रबंधन करना मुश्किल हो जाएगा.(1)
डायबिटीज़ और स्मोकिंग में सम्बंध
सिगरेट में मिले रसायन कोशिकाओं को ज़ख़्मी और जलन पैदा करते हैं. ये ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस का भी कारण बनते हैं और नुक़सान पहुंचाते हैं. रिसर्च से पता चला है कि जलन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण डायबिटीज़ का ख़तरा बढ़ सकता है.(2) स्मोकिंग के चलते ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस के बुरे असर को दूर करने के लिए आंवला, राजमा, ग्रीन टी और हरी सब्ज़ियाँ जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स लेने की सलाह दी जाती है.
स्मोकिंग करने वालों की तोंद भी निकल सकती है, जिससे शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन अधिक मात्रा में पैदा होता है. जो ब्लड शुगर का स्तर बढ़ाने के लिए जाना जाता है.(3)
स्मोकिंग से डायबिटीज़ प्रबंधन में कठिनाई हो सकती है
अध्ययन से इस बात की पुष्टि हुई है कि निकोटिन की मात्रा बढ़ने पर इन्सुलिन का असर कम हो जाता है. यानी डायबिटीज़ से ग्रसित व्यक्ति अगर स्मोकिंग करता हो, तो उसे ब्लड शुगर के लेवल को सही बनाए रखने में इन्सुलिन की अधिक मात्रा लेनी होगी.
इस बात के भी सबूत मिले हैं कि जो व्यक्ति टाइप 2 डायबिटीज़ से ग्रसित हैं और स्मोकिंग करते हैं, उनके शरीर में स्मोकिंग न करने वालों की तुलना में इन्सुलिन के लिए प्रतिरोध बढ़ जाता है.(4) इन्सुलिन प्रतिरोध का मतलब है शरीर पर इन्सुलिन का असर बंद हो जाना. साफ़ है कि ऐसे लोगों को ख़ून में शुगर के प्रबंधन के लिए अधिक मात्रा में इन्सुलिन लेने की आवश्यकता होती है.
स्मोकिंग से डायबिटीज़ की परेशानी बढ़ जाती है
जब कोई डायबिटिक व्यक्ति स्मोक करता है तो उसके शरीर में डायबिटीज़ से जुड़ी दूसरी परेशानियों का ख़तरा भी बढ़ता है. मसलन, दिल, किडनी, सांस की नली और पेरिफ़ेरल न्यूरोपैथी की बीमारियां.(1)
बेंगलुरु के रामकृष्णा नर्सिंग होम में कंसल्टेंट फिज़ीशियन, डॉ. वत्सला काशी का कहना है, “डायबिटिज़ से ग्रसित व्यक्तियों में अनहेल्दी एलडीएल कॉलेस्ट्रोल का स्तर ऊंचा होने की आशंका ज़्यादा होती है. अध्ययन से इस बात की भी पुष्टि हुई है कि स्मोकिंग से हेल्दी एचडीएल कॉलेस्ट्रोल का स्तर कम होता है. लिहाज़ा जब डायबिटिज़ से ग्रसित लोग स्मोक करते हैं, तो वो दिल की बीमारियों को न्योता देते हैं.”
अब भी आपको शक है, तो इन आंकड़ों पर ध्यान दीजिये.
स्मोकिंग कम करने से ग्लाइसेमिक कंट्रोल बेहतर हुआ
एक अध्ययन में स्मोकिंग छोड़ने वाले 34 डायबिटिक लोगों की एक साल तक निगरानी की गई. पाया गया कि स्मोकिंग छोड़ने के बाद उनमें एचबीए1सी का स्तर बेहतर हुआ है.(5)
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स्मोकिंग कैसे छोड़ें?
शायद अब तक आप ये सोचने लगे होंगे कि स्मोकिंग को कैसे छोड़ा जाए. तो ये नुस्ख़े आपको स्मोकिंग छोड़ने में मदद कर सकते हैं:
- दिमाग़ी और मेडिकल तौर पर स्मोकिंग छोड़ने की तैयारी आपको ख़ुद करनी होगी. क्योंकि स्मोकिंग एक लत है. अचानक स्मोकिंग छोड़ने और दिमाग में अचानक से निकोटिन बंद हो जाने से आप शारीरिक या मानसिक तौर पर विद्ड्रॉअल के लक्षण महसूस सकते हैं. इसके लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ज़रूरी विकल्प अपनाएं.
- अपने डॉक्टर से निकोटिन के विकल्प के लिए इलाज की बात करें, क्योंकि अचानक स्मोकिंग छोड़ने से सिर में दर्द, मूड ख़राब होना और अवसाद जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं.
- स्मोकिंग छोड़ना कठिन हो सकता है; ऐसे में अपने परिवार और दोस्तों से सहयोग लें. काउन्सलर या थेरेपिस्ट की मदद से भी आप स्मोकिंग छोड़ने के अपने फ़ैसले पर टिके रहने कामयाब हो सकते हैं.
- वैसी तनावपूर्ण स्थितियों से बचने की कोशिश करें, जो स्मोकिंग छोड़ने के आपके फ़ैसले में बाधक बन सकती हैं. अपने तनावों के बेहतर प्रबंधन की कोशिश करें. ख़ुद को व्यस्त रखने, संगीत सुनने, टहलने, शारीरिक अभ्यास करने और ध्यान लगाने से मदद मिल सकती है. आपके लिए सबसे बेहतर उपाय क्या है, इसका फ़ैसला आप ख़ुद कर सकते हैं.
- उन हालात की पहचान करें, जिनसे आपकी सिगरेट पीने की तलब बढ़ती है. उनसे बचने की कोशिश करें. अगर आपको लगता है कि कुछ ख़ास लोगों की संगत में आप ज़्यादा सिगरेट पीते हैं, तो उन लोगों से दूर रहें. अगर आप डिनर के बाद आराम करते हुए सिगरेट पीने के आदी हैं, तो आराम करने के बजाय टहलने जाया करें. सिगरेट की गंध से आपमें स्मोकिंग की तलब बढ़ सकती है, लिहाज़ा उस गंध को दूर करने के लिए अपने घर, कार और कपड़ों की सफ़ाई करें.
- अगर आप कुछ दिनों के लिए स्मोकिंग छोड़ते हैं और कुछ दिनों बाद फिर सिगरेट पीना शुरु कर देते हैं, तो आत्मविश्वास मत खोएं. स्मोकिंग छोड़ने के लिए कई लोगों को कई बार कोशिश करनी पड़ती है. सबसे अहम बात है कि कोशिश नहीं छोड़नी चाहिए. स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक मेहनत करें और जल्द ही आप अनहेल्दी आदतों से छुटकारा पा जाएंगे.
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संदर्भ:
- CDC: Smoking and Diabetes
https://www.cdc.gov/tobacco/campaign/tips/diseases/diabetes.html - C.P. Domingueti, L.M. Dusse, Md. Carvalho, L.P. de Sousa, K.B. Gomes, A.P. Fernandes. Diabetes mellitus: The linkage between oxidative stress, inflammation, hypercoagulability and vascular complications. J Diabetes Complications. 2016 May-Jun;30(4):738-45. doi: 10.1016/j.jdiacomp.2015.12.018.
- CDC: Surgeon General’s report on smoking and health https://www.cdc.gov/tobacco/data_statistics/sgr/50th-anniversary/pdfs/fs_smoking_diabetes_508.pdf
- G. Targher, M. Alberiche, M.B. Zenere, R.C. Bonadonna, M. Muggeo, E. Bonora. Cigarette smoking and insulin resistance in patients with noninsulin-dependent diabetes mellitus. J Clin Endocrinol Metab. 1997 Nov;82(11):3619-24. Available online at:
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/9360516?access_num=9360516&link_type=MED&dopt=Abstract - J.E. Gunton, L. Davies, E. Wilmshurst, G. Fulcher, A. McElduff. Cigarette Smoking Affects Glycemic Control in Diabetes. American Diabetes Association. Diabetes Care 2002 Apr; 25(4): 796-797. https://doi.org/10.2337/diacare.25.4.796-a