लेख की समीक्षा: अश्विनी एस कनाडे ने की है, जो रजिस्टर्ड डायटीशियन हैं और 17 सालों से मधुमेह से जुड़ी जानकारियां लोगों तक पहुंचा रही हैं.
जो कपड़े आपकी कमर पर मुश्किल से चढ़ते थे, वे ढीले होने लगें या दोस्त–रिश्तेदार जब कहने लग जाएं, ’क्या बात है, बड़े स्लिम-ट्रिम लग रहे हो’, तब कितनी ख़ुशी होती है न? क्या आपका वज़न बिना किसी डाइटिंग या एक्सरसाइज़ के कम हुआ है? वैसे 1-2 किलो वज़न का कम होना आम बात है, लेकिन अगर आप ऐसा कुछ नहीं कर रहे और आपका वज़न अचानक से थोड़े ही दिनों में 5% से ज़्यादा कम हो गया है, तब यह परेशानी की बात है.
बेवजह वज़न घटने के पीछे कई कारण हो सकते हैं और डायबिटीज़ उनमें से एक है. आम तौर पर शरीर के बढ़ते वज़न को डायबिटीज़ के ख़तरे की तरह देखा जाता है, ऐसे में वज़न घटने पर डायबिटीज़ होने की बात आपके ज़हन में भी नहीं आती. जब आप बेवजह वज़न घटने की चिंता लेकर डॉक्टर के पास जाते हैं, बहुत मुमकिन है कि वो आपको इसकी वजह डायबिटीज़ ही बताएं. थोड़े ही दिनों में अचानक शरीर का वज़न कम होने लगना डायबिटीज़ के शुरुआती लक्षणों में से एक है.
डायबिटीज़ में शरीर का वज़न कम क्यों होने लगता है?
इंसुलिन एक तरह का हॉर्मोन होता है, जिसे आपका पैंक्रियाज़ बनाता है. यह आपके खाने से मिले ग्लूकोज़ को शरीर की कोशिकाओं तक पहुंचाने में मदद करता है. इसके अलावा यह ब्लड ग्लूकोज़ लेवल को स्थिर बनाए रखने में भी अहम भूमिका अदा करता है.
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डायबिटीज़ होने पर आपका शरीर या तो ज़रूरत भर का इंसुलिन बना नहीं पाता या बने हुए इंसुलिन का असरदार ढंग से इस्तेमाल नहीं कर पाता. इससे ग्लूकोज़ को कोशिकाओं तक पहुंचाने और इसके इस्तेमाल में रुकावट आती है, नतीजा यह कि ग्लूकोज़ ख़ून में जमा होने लगता है. उधर जब ग्लूकोज़ आपकी कोशिकाओं तक नहीं पहुंचता, आपका शरीर एनर्जी के लिए फ़ैट का इस्तेमाल शुरू कर देता है, जिससे शरीर का वज़न घटने लगता है.
बिना वजह वज़न घटना क्यों नहीं अच्छा होता?
बेवजह शरीर का वज़न घटना सामान्य बात नहीं है. जब आपका वज़न अपने आप घटता है, तब आपके शरीर को पोषक तत्व सही मात्रा में नहीं मिल पाते. आपके शरीर की कोशिकाएं एनर्जी अपने इस्तेमाल में ले लेती हैं, जिससे आप थकान और चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं.
जमा हुआ ग्लूकोज़ क्योंकि पेशाब के ज़रिए बाहर निकलता है, इस वजह से पानी की बड़ी मात्रा भी शरीर से बाहर निकल जाती है. इससे आपके शरीर में फ्लूइड की कमी हो जाती है. शरीर में पानी की कमी से आपको प्यास ज़्यादा लगती है और पेशाब ज़्यादा होता है. अगर समय रहते इलाज ना किया जाए तो हाई ब्लड शुगर की वजह से सेहत से जुड़ी कई तरह की छोटी बड़ी तकलीफ़ें हो सकती हैं और आपके दिल, आंखों, किडनी और नर्व जैसे शरीर के अहम अंगों को नुक़सान पहुंच सकता है.
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जब कोशिकाओं को ग्लूकोज़ नहीं मिलता, आपका शरीर अपनी एनर्जी की ज़रूरत पूरी करने के लिए फ़ैट और मांसपेशियों को निचोड़ना शुरू कर देता है. आपका मसल मास कम होने लगता है.
इतना ही नहीं, बिना वजह वज़न कम होना थाइरॉइड, कैंसर और दूसरी गंभीर बीमारियों का इशारा भी हो सकता है.
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डॉक्टर से मिलना कब ज़रूरी हो जाता है?
अगर आपको बहुत ज़्यादा भूख या प्यास लगे, बार-बार पेशाब के लिए जाना पड़े और बिना वज़ह आपका वज़न 5% से ज़्यादा कम हो जाए, तो आपको डॉक्टर से ज़रूर मिलना चाहिए. डॉक्टर आपकी पूरी तरह जांच करके ज़रूरत के मुताबिक़ आपका इलाज करेंगे.