आम सोच के उलट, हमें स्वस्थ रहने के लिए कोलेस्ट्रॉल की ज़रूरत पड़ती है. लेकिन, कोई भी कोलेस्ट्रॉल नहीं. अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL – हाई-डेंसिटी लिपोप्रोटीन) बुरे कोलेस्ट्रॉल (LDL – लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन) के बीच के फ़र्क को समझना चाहिए. अच्छा कोलेस्ट्रॉल कोशिकाओं की दीवारों को बनाने में मदद करता है, जबकि बहुत ज़्यादा बुरा कोलेस्ट्रॉल बीमारियां पैदा कर सकता है. एलडीएल कोलेस्ट्रॉल आपमें ऐथरोस्क्लरोसिस का ख़तरा बढ़ाता है यानी धमनियों (आर्टरी) के सिकुड़ना, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है.
इसलिए, खाने-पीने की उन चीज़ों के इस्तेमाल पर लगाम लगाना ज़रूरी है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देती हैं. नई दिल्ली के सरोज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में एचओडी-डायटेटिक्स निधि धवन, एक एंटी-कोलेस्ट्रॉल डाइट के लिए, नीचे दी गई खाने-पीने की चीज़ों को कम से कम इस्तेमाल करने का सुझाव देती हैं:
तली हुई चीज़ें: डीप-फ़्राइंग के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला तेल गैर-सेहतमंद या नुक़सानदेह फ़ैट का स्रोत है. तेल को गर्म करने पर उसमें मौजूद फ़ैटी एसिड ख़त्म हो जाता है और वह बेहद कार्सिनजेनिक (कैंसर को बढ़ावा देने वाले) और नुक़सानदेह डेरिवेटिव डिरिवटिव) में बदल जाता है. तेज़ आंच पर पकाई गई खाने की ऐसी चीज़ें अपना न्यूट्रिशन भी खो देती हैं. इस तरह की फ़्राइड चीज़ें खाने से शरीर में ट्रांस फ़ैट जमा होता है और कोलेस्ट्रॉल के लेवल पर भी बुरा असर पड़ता है.
ट्रांस फ़ैट: बेक्ड चीज़ें, पैकेज्ड चीज़ें, मिठाई या डेज़र्ट, कुकीज़ और कई चॉकलेट में ट्रांस फ़ैट होते हैं. ये ‘बुरे’ कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं, एचडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को कम करते हैं और धमनियों के अंदर थक्के बनने के ज़ोखिम को बढ़ाते हैं. किसी चीज़ में हाइड्रोजेनेट तेल या ट्रांस फ़ैट है या नहीं इसके लिए उसके लेबल को देखें और अपने एलडीएल लेवल को क़ाबू में रखने के लिए इन चीज़ों से बचें.
प्रोसेस्ड रेड मीट: मीट, ख़ासतौर पर प्रोसेस्ड मीट जैसे सॉसेज़े या हैम्बर्गर, शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं. अपने लिए मीट तैयार करते वक़्त, आप किसी भी विजिबल फ़ैट को हटाकर उसमें मौजूद सैचरेटिड फ़ैट एसिड की मात्रा को कम कर सकते हैं. अगर आप सॉसेज या हैम्बर्गर जैसी चीज़ें ख़रीद रहे हैं, तो न्यूट्रिशन लेबल देखें और कम सैचरेटिड फ़ैट एसिड वाला विकल्प चुनें.
सोडा: गैस से भरे ड्रिंक सबसे ज़्यादा नुक़सानदेह हैं. सोडा में मौजूद चीनी (शुगर) आपके शरीर में ट्राइग्लिसराइड को बढ़ाती है और आपका वज़न भी बढ़ाती है. ये दोनों एलडीएल के लेवल को बढ़ावा दे सकते हैं.
व्हाइट ब्रेड, पास्ता और चावल: रिफाइंड चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जैसे कि सफ़ेद चावल, व्हाइट ब्रेड (मैदे वाली ब्रेड) और पास्ता अच्छे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं. अगर आप एंटी-कोलेस्ट्रॉल डाइट पर हैं तो आपको इनसे बचना चाहिए. ये नर्म कार्बोहाइड्रेट आपके शरीर में आसानी से टूट जाते हैं और सूजन पैदा कर सकते हैं. ये बुरे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी बढ़ाते हैं.
ऐसा नहीं है कि आप इन चीज़ों को खाना ही बंद कर दें, लेकिन ऊपर दी गई सूची पर ध्यान दें और हाई कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए इनके इस्तेमाल में संयम बरतें.